एमडीएस युर्निवसिटी, अजमेर
करोडों की लागत से बने सत्यार्थी सभागार में नही है स्थाई कुर्सियां
अजमेर : 14 जून 2024
(मरुधरा टुडे रिपोर्ट)
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय,अजमेर में करोडो रूपए की लागत से सत्यार्थ सभागार बना हुआ है, लेकिन इसमें आज दिन तक एमडीएस प्रशासन स्थाई कुर्सियां नही लगवा पाया है, इसे प्रशासन की लापरवाही कहे या फिर उदासिनता। इस सभागार में एमडीएस युर्निवसिटी का यह दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित होने जा रहा है, दसवां दीक्षांत समारोह 15 फरवरी 2023 में आयोजित हुआ था, दसवां दीक्षांत समारोह भी किराये की कुर्सियों पर ही सम्पन्न हुआ था। इस बार भी 11वें दीक्षांत समारोह में भी एमडीएस प्रशासन ने किराये की कुर्सियां लगवाई है, लेकिन करीब 15 महिनें बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन स्थाई कुर्सियां सत्यार्थ सभागार में नही लगवा पाया।
सूत्रों ने बताया कि सत्यार्थ सभागार के निर्माण में 10 करोड रूपए का खर्चा हुआ है तत्कालीन कुलपति प्र. कैलाश सोडाणी के कार्यकाल में शिलान्यास हुआ था। तकरीबन तीन साल इस सभागार को बने हुए पूरे हो चुके है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इसमें स्थाई कुर्सियां नही लगवा पाया है। कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला के कार्यकाल में यह दूसरा दीक्षांत समारोह इसी सभागार में आयोजित हो रहा है। किराये की कुर्सियों और सोफों के लिए लाखों रूपयों का भुगतान टेंट वालों को किया जाता है। मरूधरा टुडे ने स्थाई कुर्सियों को लेकर जब विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ला से बातचीत की तो कुलपति महोदय आचार संहिता का हवाला देकर पल्ला झाडते हुए नजर आए। कुर्सी को लेकर सडक से लेकर संसद तक घमासान इस देश में आप देखते आ रहे है।
अब छात्र संगठन एबीवीपी व एनएसयूआई विश्वविद्यालय के सत्यार्थ सभागार में कुर्सियां लगवाने के लिए लामबंद हो गए है। एबीवीपी के महानगर मंत्री उदय सिंह शेखावत व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य बंटी गुर्जर ने मरूधरा टुडे को बताया कि हर साल दीक्षांत समारोह में टेंट की कुर्सियां मंगवाकर लाखों रूपए का बिल उठाया जा रहा है। दीक्षांत समारोह के बाद कुलपति से मुलाकात कर सत्यार्थ सभागार में स्थाई कुर्सिंया लगवाने कि मांग की जाएगी और दीक्षांत समारोह में लगाई गई कुर्सियों का कितना बिल बना है उसकी भी जांच करवाई जाएगी। तो वही एन एस यू आई के अंकित घारू ने कहा कि दीक्षांत समारोह में होने वाले फिजुल खर्ची को रोककर सत्यार्थ सभागार में कुर्सियां लगाकर एमडीएस की लाज बचाई जाए।
आइये देखते है पूरे मामले पर क्या दी कुलपति ने प्रतिक्रिया और चेतावनी दी छात्र नेताओं ने।