मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय स्वास्थ्य संकुल भवन से एक जनसंख्या नियंत्रण एवं परिवार कल्याण नियोजन सेवाओं के अंतर्गत जागरूकता रथ रवाना किया गया जिसे हरी झंडी इस जागरूकता रथ को डॉक्टर संपत सिंह जोधा संयुक्त निदेशक महोदय द्वारा दिखाई गई जिसमें अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामलाल चौधरी भी मौजूद रहे,
यह रथ अजमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर परिवार कल्याण की विभिन्न योजनाओं का प्रचार प्रसार करेगा विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को मनाया जाता है इसके अंतर्गत प्रतिवर्ष जनसंख्या नियंत्रण हेतु परिवार कल्याण की विभिन्न सुविधाएं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण द्वारा जो उपलब्ध है आमजन को प्रचार प्रसार के माध्यम से बताई जाती हैं जाती हैं।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर रामलाल चौधरी ने बताया कि
विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनसंख्या से जुड़े मुद्दों के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस दिन की स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1989 में की गई थी, जब विश्व की जनसंख्या 5 अरब के पार पहुंच गई थी।
भारत में जनसंख्या
भारत, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। 2021 की जनगणना के अनुसार, भारत की जनसंख्या लगभग 1.3 अरब से अधिक है और यह तेजी से बढ़ रही है। इस बढ़ती जनसंख्या का प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ता है, जैसे कि:
स्वास्थ्य सेवा: अधिक जनसंख्या का मतलब है कि स्वास्थ्य सेवाओं पर अधिक दबाव। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखना एक चुनौती है।
शिक्षा: सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना कठिन हो जाता है।
रोजगार: बेरोजगारी बढ़ सकती है, जिससे आर्थिक असमानता भी बढ़ती है।
पर्यावरण: अधिक जनसंख्या का सीधा प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है, जैसे कि अधिक प्रदूषण, प्राकृतिक संसाधनों की कमी आदि।
जनसंख्या नियंत्रण के प्रयास
भारत में सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किए हैं, जैसे कि परिवार नियोजन कार्यक्रम, जो लोगों को छोटे परिवार के महत्व के बारे में जागरूक करता है और उन्हें विभिन्न गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी प्रदान करता है।
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर, लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के महत्व के बारे में जागरूक करना और परिवार नियोजन के उपायों को अपनाने के लिए