पुष्कर सरोवर के जल में पर्याप्त घुलनशील ऑक्सीजन बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
उपखंड अधिकारी पुष्कर निखिल कुमार ने बताया कि पुष्कर सरोवर से जनमानस की आस्था जुडी हुई है। पुष्कर सरोवर की पवित्रता बनाए रखने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। सरोवर में पानी के अधिक तापमान एवं ऑक्सीजन की कमी से मर रही मछलियों को बचाने के लिए प्रशासन संकल्पित है । प्रशासन के द्वारा किए गए प्रयासों के कारण इस समस्या में पहले की तुलना में 70-80 प्रतिशत तक सुधार आया है । इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रशासन द्वारा विभिन्न स्तरों से संपर्क किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा विभिन्न उपाय वर्तमान में किए जा रहे हैं। ऑक्सीजन प्लांट से लगातार ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। सरोवर में शुद्ध एवं ताजा पानी लगातार सप्लाई करने के लिए 5 ट्यूबवेल राउंड द क्लॉक चालू है। इसी प्रकार समय-समय पर चूना भी सरोवर में डाला जा रहा है। जल में घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से जलीय जंतुओं की जीवन प्रत्याशा में वृद्धि होगी। इसके लिए सरोवर में 4 एरिनेटर (फाउंटेन) स्थापित किए गए हैं। उनके लगातार चालू रहने से सरोवर के जल में घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा में तत्काल ही वृद्धि हो रही है। एरिनेटर के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए जल्द ही 4 अतिरिक्त एरिनेटर स्थापित किए जाएंगे। सरोवर के घाटों पर बिखरी हुई गंदगी भी जल में प्रदूषण का कारण होती है। इससे बचने के लिए सफाई कर्मचारियों द्वारा लगातार घाटों की सफाई की जा रही है। सरोवर के जल को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए उसमें दाना,अन्न एवं अन्य भोज्य पदार्थों को डालने से बचना चाहिए। इस प्रकार की सामग्री को बेचने वालों पर भी लगातार कार्यवाही कर जब्ती की गई है।