आज माँ सरस्वती शिक्षण प्रशिक्षण महाविधालय, अजमेर में नवागंतुक छात्रा अभिनन्दन समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष एवंम प्रदेश महामंत्री भाजपा ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
अजमेर : 7 सितंबर 2024
भडाना ने कहा की आज का दिन नव आगंतुक छात्राओं के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक है। शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में आपका प्रवेश से न केवल आपकी व्यक्तिगत यात्रा की नई शुरुआत है , बल्कि समाज और राष्ट्र की दिशा भी बदलने की और सकारात्मक कदम है। क्योंकि अच्छा शिक्षक ही अच्छे समाज का निर्माण कर सकता है।
यह भी कहा की आज के युग में, बालिकाओं की शिक्षा केवल व्यक्तिगत उन्नति का साधन नहीं है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के समग्र विकास का महत्वपूर्ण पहलू है। भड़ाना ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक शिक्षित महिला कई घरों को न केवल रोशन करती है बल्कि युवा पीढ़ी में परिवार भाव, समाज कल्याण, राष्ट्रवाद जैसे संस्कार का सेचन भी करती है
उन्होंने लैंगिक समानता पर जोर देते हुए कहा कि भारत में महिलाओं का सदैव सम्मान रहा है उन्हें देवी, शक्ति, स्नेहमयी ममता की आराध्य मूर्ति के रूप में माना गया है। ये भी कहा की एक पिता अपनी बेटी से बहुत स्नेह करता है लेकिन वो जाहिर नही होने देता, बेटियां पिता का सम्मान है, स्वाभिमान है, ऊर्जा है, वो उठने से पहले, सोने से पहले अपनी बिटिया का ख्याल करता है। पुत्र शादी के बाद पति और बाप बन जाता है, लेकिन बेटियां अपने माता पिता के लिए ताउम्र बेटी ही बनी रहती है
आप सभी को यह समझना होगा कि एक शिक्षक की जिम्मेदारी केवल पाठ्यक्रम पूरा करवाने तक सीमित नहीं होती। एक शिक्षक का असली काम समाज में ऐसे युवा तैयार करना है जो केवल अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त न करें, बल्कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी सक्रिय योगदान दें।
हमारा उद्देश्य हो कि किस प्रकार भारत को एक बार फिर से विश्व गुरु के रूप में स्थापित किया जाए। यह केवल शिक्षा के माध्यम से ही संभव है। इसलिए, आपको अपनी शिक्षा के माध्यम से समाज के गरीब और पिछड़े तबकों के उन्नयन के लिए काम करना होगा।
यह भी समझना होगा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और अधिकार अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। महिलाओं को अपनी समस्याओं और कठिनाइयों को खुलकर अपने माता-पिता और परिवार से साझा करना चाहिए। सहन करने से केवल अपराधी की हिम्मत बढ़ती है। हमें अपनी सुरक्षा को प्रति सजग रहना चाहिए और किसी भी आपात स्थिति में परिवार या पुलिस से सहायता लेने में संकोच नहीं करना चाहिए।
ये भी कहा की आपका उद्देश्य केवल व्यक्तिगत सफलता हासिल करना नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के लिए भी सकारात्मक परिवर्तन लाना होना चाहिए। इस यात्रा की शुरुआत में ही हम सब मिलकर संकल्प लें कि हम समाज की बेहतरी के लिए काम करेंगे और एक समृद्ध, सुरक्षित और शिक्षित भारत का निर्माण करेंगे।
आप केवल अध्यापिका ही नहीं , बल्कि एक मां, बहन, बेटी और बहू भी होंगी। आपका समाज में शिक्षा के माध्यम से बदलाव की अतुलनीय मिसाल पेश कर सकती है।
महिला शिक्षिका का प्रभाव केवल कक्षा तक सीमित नहीं है; वे अपने घर और समाज में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे समाज में बेटी और बेटे के बीच के भेद को मिटा सकती है। आपके प्रयासों से न केवल शिक्षा का स्तर ऊँचा होगा, बल्कि समाज में लैंगिक समानता की दिशा में भी सकारात्मक परिवर्तन होगा।
’बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ अभियान हमारे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। प्रदेश की भजन लाल सरकार इस अभियान को केवल एक नारा नहीं मानती, बल्कि इसे प्रभावी रूप से लागू करने में निरंतर प्रयासरत है। ।
भड़ाना ने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि एक शिक्षित महिला कहीं घरों को न केवल रोशन करती है बल्कि युवा पीढ़ी में परिवार भाव समाज कल्याण राष्ट्रवाद जैसे संस्कार का सेवन भी करती है
उन्होंने लैंगिक समानता पर जोर देते हुए कहा कि भारत में महिलाओं का सदैव सम्मान रहा है उन्हें देवी, शक्ति, स्नेहमयी ममता की मूर्ति के रूप में माना गया है। ये भी कहा की एक पिता अपनी बेटी से बहुत स्नेह करता हूं लेकिन वो जाहिर नही होने देता, बेटियां पिता का सम्मान है, स्वाभिमान है, ऊर्जा है, वो उठने से पहले, सोने से पहले अपनी बिटिया का ख्याल करता है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. राजू शर्मा ने कहा कि शिक्षण एक नोबल प्रोफेशन है शिक्षक का सम्मान समाज में सर्वाधिक है उन्होंने छात्र अध्यापिकाओं से आग्रह किया की आप राजकीय विद्यालयों में अध्यनरत सामान्य परिवार के विद्यार्थियों के भविष्य सकारात्मक बदलाव लाने में पूर्ण सामर्थ्य से सहयोग करेंगी।
निदेशक कैलाश शर्मा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया तथा अध्यक्ष जगदीश प्रसाद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया इस अवसर पर प्राचार्या डॉ बीना सिंह, उपप्राचार्या सीता सिसोदिया, प्रिंसिपल ममता शर्मा सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षक स्टाफ उपस्थित रहे।