अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने भीषण गर्मी एवं तपाघात को मध्यनजर रखते हुए सम्पूर्ण अजमेर संसदीय क्षेत्र एवं किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में मॉग के अनुरूप पर्याप्त जलापूर्ति कराने एवं नियमित आपूर्ति सुचारू कराने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, जलदाय मंत्री श्री कन्हैयालाल चौधरी एवं जलदाय विभाग के मुख्य अभियन्ता जयपुर के साथ-साथ अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता अजमेर को पत्र लिखा। सांसद श्री चौधरी ने पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि राजस्थान में किशनगढ़ शहर का ऐतिहासिक महत्व हैं। जहॉ एशिया की सबसे बडी मार्बल मण्डी हैं एवं यहॉ की जनसंख्या लगभग 2.25 लाख हैं। यहॉ नगर परिषद क्षेत्र के 60 वार्ड हैं। यहॉ पानी की समस्या धीरे – धीरे गम्भीर होती जा रही हैं। वर्तमान में शहरी जल योजना किशनगढ़ हेतु नसीराबाद पी.एस. – 13 से जल मांग के अनुरूप उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है एवं किशनगढ़ शहर की जल मांग 32 एम.एल.डी के विरूद्व मात्र औसतन 21-22 एम.एल.डी. पानी प्रतिदिन प्राप्त होता है। जिसके कारण जल वितरण का समयान्तराल 72 से 96 घंटे हो जाता हैं। ग्रीष्म ऋतु में जल उपभोग अधिक होने से प्राप्त जल की मांग भी अधिक हैं। इस कारण पर्याप्त जल के वितरण में समस्या उत्पन्न होने से समयान्तराल 72 घंटो से अधिक हो जाता हैं। जिससे आये दिन जन आक्रोश उत्पन्न होने की सम्भावना रहती हैं। इसी प्रकार किशनगढ़ ग्रामीण जल वितरण योजनाओ में कुुल मांग 15.5 एम.एल.डी. के विरूद्ध औसतन मात्र 12 एम.एल.डी. ही जल प्राप्त हो रहा हैं। जिसके कारण ग्रामीण क्षैत्रो में भी जल वितरण का समयान्तराल 96 से 120 घंटे हो जाता हैं। भविष्य में ग्रामीण क्षैत्रो में जल जीवन मिशन योजना कार्य पूर्ण होने के पश्चात् जल मांग 24 एम.एल.डी. हो जावेगी। वर्तमान में ग्रामीण उपखण्ड रूपनगढ़ बीसलपुर जल वितरण योजना के अन्तिम छोर पर स्थित होने के कारण इस उपखण्ड में तो जल मांग के अनुरूप प्राप्त नहीं हो पा रहा हैं। इस कारण ग्रामीण उपखण्ड रूपनगढ़ के अधिन आने वाले क्षैत्रो में जल वितरण का समयान्तराल 120 घंटे से भी अधिक हो जाता हैं। जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में भी मांग अनुसार जल प्राप्त नही होने के कारण जन आक्रोश उत्पन्न होता रहता हैं। ग्रीष्म ऋतु में जल उपभोग अधिक होने व मांग अनुसार जल प्राप्त नही होने के कारण पर्याप्त जल की आपुर्ति करने में बाधा उत्पन्न होती रहती हैं। जिससे ग्रामीण क्षैत्रो में भी जन आक्रोश उत्पन्न होने की सम्भावना सदैव बनी रहती हैं। अतः किशनगढ़ शहरी क्षैत्र में पेयजल मांग अनुसार 32 एम.एल.डी. व ग्रामीण क्षैत्रो में पेयजल मांग अनुसार 15.5 एम.एल.डी. एवं जल जीवन मिशन योजना पूर्ण होने के पश्चात् ग्रामीण क्षैत्रो में 24 एम.एल.डी. की आपुर्ति स्वीकृत कराने का श्रम करावंे, ताकि वर्तमान ग्रीष्मऋतु में जल वितरण को समय पर किया जाना सुनिश्चित किया जा सकें। ज्ञात रहें कि सम्पूर्ण अजमेर जिले में पर्याप्त जलापुर्ति हेतु बीसलपुर परियोजना के तृतीय चरण की शुरूआत 2021 से ही शुरू हो जानी चाहिए थी लेकिन अभी तक कार्य प्रारम्भ नही हो पाया हैं। इस कार्य को भी शीघ्र शुरू कराने एवं किशनगढ़ के लिये अतिरिक्त पानी बढाने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश जारी करावें |
बीसलपुर परियोजना के तृतीय चरण 2021 को भी शीघ्र शुरू कराने की मॉग !!
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