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पेन्शन जीवन का आधार, संघर्ष जारी रहेगा – चेलानी

ऑल इण्डिया रेलवेमैन्स फैडरेशन के आव्हान पर नई पेन्शन योजना को समाप्त कर पुरानी पेन्शन योजना लागू करने की मांग के लिए राष्ट्रव्यापी आन्दोलन के तहत् मण्डल रेल प्रबन्धक कार्यालय अजमेर में भोजनावकाश में सैकड़ों रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

 

नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉईज यूनियन के मण्डल सचिव मोहन चेलानी, ने रेल कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यूनियन ने वर्ष 2023 को पेन्शन की गारन्टी के लिए समर्पित किया। देशभर में हुए आन्दोलन में रेल कर्मचारियों ने पेन्शन की मांग के लिए देशव्यापी हड़ताल के लिए समर्थन में 98 प्रतिशत मत दिया। सरकार ने पुरानी गारन्टीड पेन्शन योजना लागू करने के लिए एक कमेटी का गठन किया और रेल हड़ताल नहीं करने का आग्रह किया, लेकिन 6 माह से अधिक समय होने के बाद भी कमेटी की रिपोर्ट नहीं आई है। चेलानी ने कहा कि रेल कर्मचारियों का पेन्शन जीवन का आधार है, इसलिए पेन्शन की गारन्टी के लिए संघर्ष जारी रहेगा आवश्यकता हुई तो फिर हड़ताल का नोटिस देगें। उन्होंने बताया कि पुरानी पेन्शन की मांग के लिए अजमेर मण्डल में अजमेर, आबूरोड़, उदयपुर, ब्यावर, भीलवाडा, नसीराबाद, रानी, फालना, मारवाड़, डंूगरुपर, मावली, खामलीघाट सराधना, सोजतरोड, सहित 36 से अधिक कार्यस्थलों पर प्रदर्शन किये गए हैं।

 

यूनियन के जोनल सचिव अरूण गुप्ता, ने कहा कि नई पेन्शन योजना से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को 1400 रूपये पेन्शन मिल रही है, यह जीवन पर्यन्त की देश सेवा का उपहास है। सरकार सामाजिक सुरक्षा की बात करती है, लेकिन जिसने उम्र भर रेल सेवा की, उसके भविष्य को अन्धकारमय बना रही है, इससे युवाओं में रोष है।

 

यूनियन के मंडल अध्यक्ष राजीव शर्मा, ने कहा कि नई पेन्शन योजना युवाओं के लिए अभिशाप है। यूनियन ने संघर्ष का बिगुल बजाया तो सरकार ने 15 जुलाई को वार्ता के लिए बुलाया है। उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि अपने अधिकारों की रक्षा हेतु संघर्ष के लिए तत्पर रहे, यूनियन गारन्टीड पेन्शन की मांग के लिए कृत संकल्पित है।

 

इससे पूर्व रेल कर्मचारी ए.डी.एस.ए. ग्राउण्ड से हाथ में बैनर, झण्डे और तख्तियाँ लेकर नारे लगाते हुए, डी.आर.एम. ऑफिस पहँुचे। प्रदर्शन को विपुल सक्सैना, एल.एन.मीना, बलदेव सिंह, बालमुकुन्द सैन, सारिका जैन, संजय कुमार, संजय चतुर्वेदी, गौरव मेहरा, नेहा गुर्जर, महेश चौधरी, राजीव सैन, रमेश निम्बेडिया, अतुल विश्वा, ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान 1960 की रेल हड़ताल में 12 जुलाई को शहीद हुए 5 रेल कर्मचारियों को श्रृदांजलि अर्पित की गई।

 

रेलवे कॉलोनी व कार्यालयों में पीने के पानी की समस्या के प्रति भी वक्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने बताया कि अगले एक सप्ताह में पानी की समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो इसके लिए रेल कर्मचारी, एक बडा आन्दोलन शुरू करेंगे।

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