महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के योग विज्ञान एवं मानवीय चेतना विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम, द्वितीय व तृतीय इकाई द्वारा “समरसता दिवस” का आयोजन किया गया।
अजमेर : 6 दिसंबर 2024
विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमोद राउत अखिल भारतीय जनजाति कार्य प्रमुख एवं क्षेत्रीय संगठन मंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा पुष्पांजलि अर्पित कर प्रारंभ किया गया।
इस अवसर उन्होंने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस को ही समरसता दिवस के रूप में पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सामाजिक समरसता दिवस मनाने का मकसद समाज में न्याय और समानता की भावना को बढ़ाना और समाज को अधिक से अधिक क्षमता पूर्ण बनाना है इसका तात्पर्य है कि अलग-अलग धर्म, जाति, विश्वास और विचारे वाले लोगों की खासियतों को समझते हुए उनके बीच सही तरीके से तालमेल बैठाना। हमें यह भी समझना होगा कि हर व्यक्ति खास है लेकिन एक दूसरे से किसी न किसी तरीके से जुड़ा हुआ है इसलिए हमें छुआछूत व भेदभाव जैसी समस्याओं का विरोध कर हमें सभी के लिए सामाजिक आर्थिक विकास के लिए कार्य करना होगा तभी सम्माननीय डॉ. भीमराव अंबेडकर को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। राष्ट्रीय सेवा योजना के इकाई तृतीय के प्रभारी डॉ लारा शर्मा ने अतिथियों का धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना की समन्वयक एवं द्वितीय इकाई प्रभारी प्रो. मोनिका भटनागर, प्रो.अरविंद पारीक, प्रो. सुभाष चंद्र, डॉ राजू लाल शर्मा, डॉ. जयंती देवी, बृजेश पांडे, कोमल महावर, सुगनचंद मेघवंशी, अनुपमा शर्मा व अतिथि शिक्षक गण एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की तीनों इकाइयों के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।