महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर द्वारा गोदित गाँव नेडलिया एवं होंकरा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया
अजमेर : 31 जन. 2025
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय, अजमेर द्वारा गोदित गाँव नेडलिया एवं होंकरा के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर टीम में गोदित गाँव के नोडल अधिकारी व प्राणीशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो.सुभाष चंद्र, जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी, अजमेर की शिवानी यादव, राष्ट्रीय सेवा योजना के अधिकारी व अतिरिक्त नोडल अधिकारी डॉ. लारा शर्मा, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक एवं विद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इस दौरान नेडलिया एवं होंकरा गाँव के प्रौढ़ नागरिकों हेतु साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
इस टीम द्वारा शिविर में गांव के निरक्षर प्रौढ़ों को विधिवत साक्षर होने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान नोडल अधिकारी प्रो. सुभाष चंद्र ने ग्रामीणों को साक्षरता के प्रति जागरूक किया तथा साक्षरता के महत्व से लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि घर में कोई व्यक्ति अगर 15 साल से ऊपर निरक्षर है तो उन्हें पढ़ाना चाहिए। ताकि उन्हें मूलभूत जानकारी हो सके | साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को 2027 तक सम्पूर्ण साक्षर करने के अभियान में गोदित गाँव के व्यक्ति सहभागी हो।
वहीं जिला साक्षरता अधिकारी शिवानी यादव ने ग्रामीण एवं बच्चों को भारत सरकार द्वारा संचालित उल्लास ऐप के बारे में बताया। जिसमें असाक्षर व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है, निरक्षर व्यक्ति स्वयं भी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते है। जिसमें कक्षाओं का संचालन स्वयंसेवी अध्यापक एवं सामाजिक सहभागिता से किया जाता है जिसमें कानूनी साक्षरता,कंप्यूटर साक्षरता, नशा मुक्ति मतदाता जागरूकता आदि सम्मिलित है। इसमें साल में दो बार मार्च व सितंबर में परीक्षा होती है। जिसका आयोजन साक्षरता विभाग द्वारा किया जाता है। इसमें उत्तीर्ण लोगों को NIOS द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता हैं। वर्तमान में नवभारत साक्षरता मिशन (NILP) 2022 से 2027 तक का कार्यकाल है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य संपूर्ण भारत को साक्षर बनाया जाना है। इस मिशन के तहत कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाए जाते है। कार्यक्रम के अंत में टीम द्वारा सभी ग्रामीणों को साक्षरता का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया गया एवं सभी ने “अजमेर जिले की हो पहचान,पढ़ा लिखा हो हर इंसान” के नारे के साथ शिविर का समापन किया। इस दौरान विद्यालय के सभी शिक्षक, विद्यार्थी एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।