राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार ने सोमवार को सम्भाग स्तर पर सफाई कर्मचारियों से सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक ली।
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की उपाध्यक्ष अंजना पंवार द्वारा सफाई कर्मचारियों तथा उनके आश्रितों के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक जीवन का अध्ययन करने तथा इनके पुनर्वास के लिए स्वरोजगार योजना की समीक्षा के लिए बैठक ली गई। इसमें संभाग के अधिकारियों को सफाई कर्मचारियों के हित में कार्य करने के निर्देश दिए गए। सफाई कर्मचारी को मुख्यधारा से जोड़े रखने के लिए संवेदनशील होकर कार्य करना होगा। सफाई कर्मचारी द्वारा किसी भी रूप में कार्य करने वाले स्थानों पर योजनाएं लागू करवाने के लिए राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग संकल्पबद्ध है।
उन्होंने कहा कि समस्त सफाई कर्मचारियों का वेतन माह के प्रथम सप्ताह में उनके खाते में जमा होना चाहिए। मौसम की आवश्यकता के अनुरूप रैनकोट एवं जैकेट उपलब्ध करवाए जाएं। वर्तमान बारिश के लिए आगामी दो दिनों में रैनकोट दिए जाएं। कार्मिकों को सर्दी और गर्मी की दो-दो यूनिफाॅर्म दी जानी चाहिए। समस्त कार्मिकों का वर्ष में तीन से चार बार सम्पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित हो। सभी कार्मिकों को परिचय पत्रा जारी होने से कार्य करने में आसानी होगी। इस परिचय पत्रा पर ब्लड गु्रप, पीएफ नंबर एवं मेडिकल सुविधा की जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए। स्थानीय अधिकारी मासिक बैठक लेकर सफाई कर्मियों की समस्याओं का समाधान करेंगे।
उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी अपनी यूनिफाॅर्म पहनकर घर नहीं जाएंगे। दूषित वातावरण में कार्य करने के कारण कर्मचारी के परिवार पर उस वातावरण का प्रभाव नहीं होना चाहिए। इसके लिए महिला एवं पुरूष सफाई कर्मियों के लिए अलग-अलग रोड काॅल सेंटर चेंजिंग रूम बनाए जाए। इनमें सुविधाएं भी होनी चाहिए। एमएस एक्ट 2013 के प्रावधानों की जानकारी के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सफाई कर्मियों की बस्तियों में जाकर शिविर के माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि सफाईकर्मियों की पदोन्नति प्रतिवर्ष होनी चाहिए। ब्यावर नगर परिषद द्वारा त्वरित गति से पदोन्नति देने पर अधिशाषी अधिकारी श्रवण राम के कार्य की सराहना हुई। इस वर्ष की पदोन्नति प्रक्रिया के अन्तर्गत एक सप्ताह में वरिष्ठता सूची जारी कर तत्काल पदोन्नति देकर लाभान्वित किया जाए। अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरणों में पारिवारिक जांच का कार्य तथा पुलिस विभाग द्वारा सत्यापन का कार्य समय पर करवाएं। सफाई कर्मचारियों के नामांकित व्यक्तियों की सूचना भरवाने के लिए शिविर का आयोजन करें। दुर्घटना एवं जनहानि होने पर तात्कालिक सहायता की सुविधा के लिए भी कार्य हो। प्रधानमंत्राी सुरक्षा बीमा योजना से प्रत्येक कार्मिक को जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि अस्थाई सफाई कर्मचारियों को प्रतिमाह सैलेरी स्लीप दी जानी चाहिए। उसमें पीएफ सहित समस्त कटौतियों की जानकारी भी हो। अस्थाई कार्मिकों को साप्ताहिक अवकाश दिया जाना चाहिए। इन्हें ओवरटाइम का भुगतान भी किया जाए। सफाई कर्मचारियों की बस्तियों में सामुदायिक भवन एवं पुस्तकालय की बड़ी आवश्यकता है।
इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त आकाश तोमर, अतिरिक्त जिला कलक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़, प्रशिक्षु आईएएस महिमा कसाना, स्थानीय निकाय विभाग की उपनिदेशक भावना गर्ग, प्रोटोकाॅल आॅफिसर श्रीमती अपूर्वा परवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर जे.पी. गौड़, दिनेश धाकड़, सुरेश कुमार, कुलदीप शेखावत, अनिता खटीक, श्रीकांत व्यास, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. दुर्गसिंह, वैभव शर्मा, सुरेश कुमार, हिमांशु एवं रामचन्द्र सहित विभागीय अधिकारी एवं सफाई कर्मचारी संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
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