Sunday, June 29, 2025
spot_img
Homeराजस्थानलेकसिटी में तैयार होगा देश की जलनीति योजना का प्रारूप, मंत्री रावत...

लेकसिटी में तैयार होगा देश की जलनीति योजना का प्रारूप, मंत्री रावत ने की तैयारियों की समीक्षा

लेकसिटी में तैयार होगा देश की जलनीति योजना का प्रारूप

जल संसाधन मंत्री रावत ने की तैयारियों की समीक्षा

उदयपुर : 13 फरवरी 2025

लेकसिटी देश भर को नई जलनीति का प्रारूप देगी। लेकसिटी उदयपुर में 17 से 19 फरवरी तक आयोजित कार्यक्रम में देश भर के विषय विशेषज्ञ और केन्द्रीय व विभिन्न राज्यों के मंत्री, अधिकारी, पदाधिकारी व एनजीओ यह प्रारूप तैयार करेंगे। इससे पहले ये आयोजन 2023 में मध्यप्रदेश के भोपाल शहर में हुआ था। इसका नाम फर्स्ट ऑल इंडिया स्टेट मिनिस्टर्स कान्फ्रेंस ऑन वॉटर विजन एट – 2047 रखा गया था। शहर में 17 से 19 फरवरी तक होने वाली – ऑल इंडिया स्टेट मिनिस्टर कांफ्रेंस ऑन वॉटर को लेकर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने बुधवार को सर्किट हाउस में समीक्षात्मक बैठक ली। 

विज्ञापन
विज्ञापन

उन्होंने आगामी कांफ्रेंस की प्रगति की जानकारी लेकर तैयारियों पर बात की। रावत ने विभागीय कार्यों की समीक्षा भी की। बैठक में एस ई – ऋषभ जैन, अधीक्षण अभियंता मनोज जैन सहित एनी अभियंता मौजूद थे। 

देवास परियोजना को लेकर दिए निर्देश

 रावत ने देवास परियोजना में कार्य की प्रगति बढाने के निर्देश दिए। बागोलिया फीडर तथा खारी फीडर की टेण्डर प्रकिया को शीघ्र पूर्ण कर कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। रावत ने सम्भाग में चल रहे अन्य निर्माण कार्यों की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

 

गौरतलब है कि भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय ने नई जल नीति तैयार करने की योजना बनाई है, जिसके लिए राष्ट्रीय जल विजन 2047 कार्यक्रम 17-19 फरवरी के दौरान उदयपुर में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय जल विजन 2047 कार्यक्रम प्रधानमंत्री के जल संरक्षण और जल प्रबंधन की स्थिरता के विजन को ध्यान में रखकर बनाया गया है। 

देशभर के 450 प्रतिनिधि करेंगे शिरकत। आगामी कांफ्रेस में देश भर से 450 विषय विशेषज्ञ, मंत्री व अन्य विशिष्टजन पहुंचेंगे। इसे लेकर करीब दो होटल व अन्य स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था की गई है। एस ई ऋषभ जैन ने बताया कि अनंता रिसोर्ट, रेडिसन, ओटीएस, कजरी व अन्य व्यवस्थाएं की गई है। ज्यादातर मेहमान फ़्लाइट से पहुंचेंगे जहां से उन्हें होटल तक पहुंचाने सहित अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। सभी मेहमानों के पहुंचने के बाद क्या व्यवस्थाएं रहेंगी, उनकी बैठक में सत्रवार चर्चा की गई। प्रतिदिन सुबह सत्र की शुरूआत का समय 9.30 बजे से रहेगा।

RELATED ARTICLES

Most Popular