विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने, सफल होने एवं शीर्ष पर पहुंचने के लिए गुरू का होना सबसे ज्यादा जरूरी है। गुरू ही जीवन की नैया का पार लगाने वाले हैं। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में गुरू की महिमा सर्वोच्च है। उन्होंने संतों से जीवन की अंतिम सांस तक समाज सेवा का आशीर्वाद मांगा।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रविवार को गुरू पूर्णिमा के अवसर पर विभिन्न मंदिरों, पीठ एवं धार्मिक स्थलों पर दर्शन कर संतों का आशीर्वाद लिया। देवनानी ने सलेमाबाद स्थित निम्बार्क पीठ में दर्शन कर श्रीजी महाराज, राजगढ़ धाम में दर्शन कर चम्पा लाल महाराज एवं अजमेर में रामद्वारा मंदिर पुरानी मंडी, अमरापुरा आश्रम जयपुर, अजमेर में गंज आश्रम, प्रेमप्रकाश आश्रम वैशाली नगर एवं मेंहदीपुर बालाजी मंदिर कोटडा में दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों को संबोधित करते हुए श्री देवनानी ने कहा कि सनातन संस्कृति में गुरू का विशेष महत्व है। यह गुरू ही हैं जो मनुष्य को उन्नति से परिचित करवाते है। गुरू ही जीवन की नाव को पार लगाते हैं। प्रत्येक मनुष्य को अपने गुरू को सर्वाधिक धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने सदैव सकारात्मक रहकर सफलता का मार्ग प्रशस्त किया।
इस अवसर पर संतों ने श्री देवनानी को आर्शीवाद दिया।