डबल इंजन की सरकार में महिलाओं और बालिकाओं के साथ बढ़े अत्याचार और दुष्कर्म !!
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सो रही 11 साल की मासूम के साथ हुई घटना को पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने गंभीरता से लिया और महिला सुरक्षा का दावा करने वाली भाजपा की राज्य सरकार की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े किए। राठौड़ ने जीआरपी एएस पी राममूर्ति जोशी से बातचीत कर मासूम के साथ हुई घटना की जानकारी ली और घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही। साथ ही जेएलएन अस्पताल में भर्ती मासूम का बेहतर ढंग से इलाज कराने और हर संभव मदद का आग्रह किया। पूर्व आरटीडीसी धर्मेंद्र राठौड़ ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि ईद के मौके पर मध्यप्रदेश के भिंड का निवासी परिवार ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह जियारत करने के लिए अजमेर आया। जब वो वापस मध्यप्रदेश जा रहे थे, तो ट्रेन लेट होने की वजह से परिवार रेलवे स्टेशन पर ही सो गया, परिवार में मासूम बालिका के साथ माता, पिता, फूफा सहित अन्य साथ थे। रात को करीब 2 बजे एक दरिंदा 11 साल की बालिका को उठा कर ले गया। बाद में परिजनों के उठने और पास ही सो रही बालिका के गायब होने पर उन्होंने जीआरपी पुलिस को बालिका के गायब होने की जानकारी दी तो पुलिस ने बालिका को तलाश किया। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार पर खड़ी डेमो ट्रेन में बालिका लहूलुहान हालत में मिली। मासूम बालिका के तीन दांत टूटे हुए थे और शरीर पर जगह जगह चोट के निशान थे, जिसे इलाज के लिए जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया और उसका इलाज जारी है। राठौड़ ने राज्य सरकार की कानून और महिला सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के छह महीने के कार्यकाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है। महिला सुरक्षा की बात करने वाली भाजपा की भजन लाल सरकार में महिलाएं और बालिकाएं सुरक्षित नहीं है। अजमेर सहित प्रदेश में आए दिन महिलाओं और बालिकाओं के साथ दुष्कर्म, लूट और अत्याचार की घटनाएं हो रही है। राठौड़ ने कहा कि हमारी अशोक गहलोत सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए के टॉस कदम उठाए। लेकिन डबल इंजन की भाजपा सरकार को महिलाओं सुरक्षा के प्रति कोई सरोकार नहीं है। चुनाव के दौरान मर्यादित भाषा से गिरते हुए भाजपा के नेताओं ने राजस्थान को रेपिस्टतान तक बोल दिया, जो शर्मनाक है, ऐसी घटनाओं पर सीधे तौर पर नैतिक रूप से राज्य के मुख्यमंत्री को राजस्थान की जनता और महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए। इस मामले में राठौड़ ने अजमेर के मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों को आड़े हाथों लेते कहा कि अजमेर में केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी, विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत सहित कई जन प्रतिनिधि होने के बावजूद अजमेर में महिलाओं और बालिकाओं के साथ अन्याय, अत्याचार और दुराचार के मामले लगातार होना चिंता का विषय है, जाहिर है भाजपा के मंत्रियों और जन प्रतिनिधियों को महिला सुरक्षा की बात करने का कोई अधिकार नहीं है, जो उनको सुरक्षा नहीं दे सकता है। राठौड़ ने बताया कि मासूम बालिका के साथ हुई घटना को लेकर जीआरपी एसपी राममूर्ति जोशी से मोबाइल पर की। एस पी राममूर्ति जोशी ने मुझे बताया कि मासूम के साथ घटना को अंजाम देने वाले एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है और मासूम बालिका को जेएलएन में भर्ती करवा दिया है और उसका इलाज जारी है। राठौड़ ने एसपी से मासूम का बेहतर इलाज कराने और घटना को अंजाम देने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया है।