शारीरिक, मानसिक विकास के साथ सामाजिकता बढ़ाते है खेल – भडाणा
शारीरिक, मानसिक विकास के साथ सामाजिकता बढ़ाते है खेल : भडाणा
प्रतिस्पर्धा का समाना धैर्य, बुद्धिमता और साहस से करे: भड़ाणा
अजमेर: 3 सितम्बर
आज अजमेर जिला (ग्रामीण) गुर्जर क्रिकेट चैम्पियन लीग का उद्घाटन देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष, एंव प्रदेश महामंत्री भाजपा ओमप्रकाश भडाणा ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर तथा विशिष्ट अथिति नसीराबाद विधायक प्रत्याशी शिव प्रकाश गुर्जर कि बाल को खेल कर किया।
भडाणा ने इस अवसर पर खिलाडियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि ग्रामीण क्रिकेट प्रतियोगिता हमारे लिए गौरव का क्षण है। यह आयोजन न केवल हमारे गाँव की प्रतिभाओं को सामने लाने का एक अवसर है, बल्कि यह खेल और जीवन के महत्व को भी उजागर करता है। खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करते हैं, बल्कि यह मानसिक संतुलन और सामजिकता की भावना को भी विकसित करते हैं, क्योकि टीम में कोई उच- नीच, छोटा –बड़ा, आमिर –गरीब नही होता है । खेल हमें अनुशासन, आत्म-नियंत्रण और टीम भावना सिखाते हैं। ये गुण न केवल खेल के मैदान पर, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता की कुंजी हैं। खेल हमें सिखाते हैं कि जीवन में संघर्ष और प्रतिस्पर्धा से भागना नहीं है, बल्कि उनका सामना धैर्य, बुद्धिमता और साहस के साथ करना है।
ये भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद का महत्व और भी अधिक है। यहाँ के युवाओं के पास जब खेल का मंच होता है, तो वे अपनी ऊर्जा और समय को सही दिशा में लगाते हैं। खेल से न केवल उनका शारीरिक विकास होता है, बल्कि यह उन्हें नशे, अपराध और अन्य नकारात्मक गतिविधियों से दूर रखने में भी मदद करता है।
भडाना ने दुःख के कहा कि आज कि युवा पीढ़ी मैदानी खेल खेलने के बजाय मोबाइल की ओर अधिक आकर्षित हो रही है। बच्चों, युवाओं का अधिकांश समय मोबाइल और इंटरनेट पर व्यतीत हो रहा है, जो उनकी शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है।
खेल के मैदान से दूर रहकर हम अपने भविष्य को कमजोर कर रहे हैं। मोबाइल की लत न केवल बच्चों की शारीरिक गतिविधियों को कम कर रही है, बल्कि उनके सामाजिक संबंधों और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रही है। हमें यह समझने की जरूरत है कि खेल ही वह माध्यम है जो हमारे बच्चों को स्वस्थ और संतुलित जीवन प्रदान कर सकता है।
केंद्र कि मोदी सरकार खेलों के महत्व को समझती है और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। “खेलो इंडिया” योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में खेल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। खेल मैदान, प्रशिक्षण केंद्र, और कोचिंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, ताकि हमारे गाँवों के युवाओं को भी वही अवसर मिल सके जो बड़े शहरों के खिलाड़ियों को मिलते हैं।
“नेशनल स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च” जैसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में छिपी हुई खेल प्रतिभाओं की पहचान की जा रही है और उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है। हमारी सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चे को अपनी क्षमता के अनुसार खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का अवसर मिले, चाहे वह किसी भी क्षेत्र से क्यों न हो। इसी का परिणाम है कि खेलों की दुनिया में भारतीय खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाया है. क्रिकेट के साथ-साथ बॉक्सिंग, बैडमिंटन, निशानेबाजी और कुश्ती जैसे
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि खेल, योग प्राणायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। यह न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए, बल्कि आपके व्यक्तित्व विकास के लिए भी आवश्यक है।
कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। हारने वाले को जीतने के लिए तथा जीतने वाले को जीत बरकरार रखने के लिए खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्रिकेट देश में काफी लोकप्रिय खेल है और लगभग हर घर में इसके प्रेमी मिल जायेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। अच्छा खिलाड़ी छोटे गांवों से भी निकल कर देश का नाम रोशन कर सकता है। इसके
विशिष्ट अथिति शिव प्रकाश गुर्जर ने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। हारने वाले को जीतने के लिए तथा जीतने वाले को जीत बरकरार रखने के लिए खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, ऐसे आयोजन छुपी हुई ग्रामीण प्रतिभा को मंच प्रदान करते है ।
अन्य अथितियो में मुख्य अतिथि रामलाल गुर्जर,
गोपाल गुर्जर, रामेश्वर गुर्जर जयदीप गुर्जर हरचंद गुर्जर
नेमीचंद गुर्जर महावीर गुर्जर
राजेंद्र गुर्जर प्रेमलाल गुर्जर सहित अन्य उपस्थित रहे।
स्वागत समिति में हरदयाल गुर्जर विकास भड़ाना रणवीर खटाना भगवान गुर्जर लालाराम गुर्जर मोहन गुर्जर सुरेश बावला महेंद्र खटाना तथा संयोजन सुरेंद्र गुर्जर मनोज गुर्जर शिवराज गुर्जर ने किया।