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परिष्कृत लोकमत नहीं होगा तो परिष्कृत लोकतंत्र नामुमकिन है, बीपी सारस्वत- BP Saraswat

BP Saraswat

परिष्कृत लोकमत नहीं होगा तो परिष्कृत लोकतंत्र नामुमकिन है, बीपी सारस्वत

अजमेर- (BP Saraswat)वाराणसी में भारत पैट्रोलियम कॉरपोरेशन की सहायता से निर्माण हुए संजीवनी संस्थान के अस्पताल का लोकापर्ण राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने अपने कर कमलों द्वारा किया गया। इस दौरान अजमेर के बीपी सारस्वत को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिला।

प्रोफेसर बीपी सारस्वत ने बताया कि इस समारोह में कलराज मिश्र मुख्य अतिथि थे।

BP Saraswat

बीपी सारस्वत(BP Saraswat) ने कहा कि ये अस्पताल दिव्यांग बालक बालिकाओं के लिए काम करता है, जिसमें आस-पास के जिलों के अनेक दिव्यांग बालक बालिकाएं अपना उपचार करवाने आते हैं और वहां रहकर उपचार करने पर अनेक पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर जाते हैं। डॉ संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय मनीषी परिषद एवं सामाजिक विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ,

जिसमें वक्ता के रूप संबोधन करते हुए बीपी सारस्वत(BP Saraswat) ने लोकतंत्र पर जोर देते हुए कहा कि जनता को पता होना चाहिए की उनकी क्या भूमिका है। लोकतंत्र को ओर मजबूत करना होगा। लोकतंत्र में परिष्कृत लोकमत की आवश्यकता है क्योंकि अगर परिष्कृत लोकमत नहीं होगा तो परिष्कृत लोकतंत्र नामुमकिन है इसलिए मनीषियों का दायित्व बनता है की समाज को परिष्कृत लोकमत अर्थात मतदान के लिए प्रेरित करें,

कुछ लोग लोकतंत्र की परिभाषा को बदलकर डेमोकरैसी इज नाॅट फाॅर द पीपल बट डेमोकरैसी इज फार द पीपल, डेमोकरैसी इज नाॅट दे बाइ द पीपल बट डेमोकरैसी इज नाॅट बाॅय द पीपल।

दोनों ही कार्यक्रमों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जनसंघ स्थापना पर जिन विचारों को समावेश किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से अंत्योदय योजना उसे पर प्रकाश डाला एवं समाज के अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति को अग्रिम पंक्ति में लाकर रोटी कपड़ा मकान और स्वास्थ्य पर आज भारत की भारतीय जनता पार्टी की सरकार जिसका नेतृत्व नरेंद्र मोदी कर रहे हैं वह फलीभूत होती हुई दिखाई दे रही है। उन्होंने अटल बिहारी वाजेपयी के संसद में हुए संबोधन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह वंदन की भूमि है, यह अभिनंदन की भूमि है, यह तर्पण की भूमि है, यह अर्पण की भूमि है। इसका कंकर कंकर शंकर है और नदी गंगा बहती है। हम जीएंगे तो इस धरती के लिए और मरेगें तो इस धरती के लिए, मरने के बाद भी अगर हमारी अस्थियों को अगर कोई कान लगाकर सुनेगा तो उसे केवल एक ही आवाज आएगी भारत माता की जय। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण योजनाओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।

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