पुष्कर- संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत द्वारा(Sanskrit Bharati Chittor Pradesh) आयोजित दो दिवसीय प्रांत समीक्षा गोष्ठी बैठक पुष्कर में युगाब्द 5126 की योजना निर्माण व लक्ष्य तय करने के साथ संपन्न हुई।संस्कृत भारती संस्कृत को जनवाणी बनाने के उद्देश्य से विगत कई वर्षों से कार्य करती आ रही है,
गोष्ठी के दूसरे दिन प्रातः सत्र में संघटन के विभिन्न कार्य प्रमुखों द्वारा अपने लक्ष्य तय करते हुए प्रान्त भर में सम्भाषण शिविर व गीता अध्ययन केंद्रो के द्वारा सँस्कृत भाषा को जनवाणी बनाने की योजना प्रस्तुत की गयी। राजस्थान क्षेत्र के प्रशिक्षण प्रमुख राजेंद्र शर्मा ने संघटन में कार्यकर्ता के महत्व और आवश्यकता पर जोर देते हुए,
Sanskrit Bharati Chittor Pradesh will organize conference camps and Geeta study centers
उसकी सांघटनिक दक्षता बढ़ाने की बात कही। वहीं प्रांत मंत्री परमानंद शर्मा ने संस्कृत कार्य को पुण्य और सौभाग्य का कार्य बताया। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के प्रचार का कार्य जीवन की तपस्या का फल है जो हमें यह सुअवसर प्राप्त हुआ है,
इस कार्य को विकास खंड और ग्राम स्तर तक ले जाना है ताकि संस्कृत के माध्यम से आम जन में विश्व बंधुत्व, सर्वे भवन्तु सुखिनः और एकात्म का भाव जागरण हो सके। भारत में समरसता के लिए यह अत्यावश्यक है और अब युवाओं के माध्यम से यह कार्य करना हमारा उत्तदायित्व है।
सँस्कृत भारती के चित्तौड़ प्रांत न्यास के सचिव भूपेंद्र सिंह चौहान ने वार्षिक आय व्यय प्रस्तुत किया व प्रान्त कोष प्रमुख महेश चंद्र शर्मा में वर्ष भर के संगठन के कार्यक्रमों को सार रूप में प्रस्तुत कर कार्य की गति बढाने का आह्वान किया साथ ही प्रांत सम्पर्क प्रमुख यज्ञ आमेटा ने भी संबोधित किया।
सँस्कृत भारती के कार्य विस्तार हेतु डॉक्टर चन्द्रपाल सिंह राठौड़ को अजयमेरु महानगर का उपाध्यक्ष घोषित किया गया इस अवसर पर प्रांत सह मंत्री मधुसूदन शर्मा, प्रशिक्षण प्रमुख मीठालाल माली, प्रांत सदस्य सत्यव्रत पारेता तथा प्रान्त के कार्यकर्ता प्रदीप भट्ट, लोकेश जैन, डॉक्टर अभिषेक जानी, रविंद्र शर्मा,तरुण मित्तल,आशुतोष गौतम, वरुण शर्मा, सत्यनारायण गौतम, पवन शर्मा अजमेर महानगर अध्यक्ष विष्णु शरण शर्मा, मंत्री वरुण कुमार, प्रचार प्रमुख शिखा शर्मा, न्यासी व बैठक संयोजक विष्णु प्रसाद शर्मा आदि उपस्थित रहे ।