जर्जर मकानों को चिन्हित कर करें उचित समाधान- देवनानी विधानसभा अध्यक्ष ने केसरगंज में किया क्षतिग्रस्त भवन का निरीक्षण

अजमेर, 11 अगस्त। विधानसभा अध्यक्ष  वासुदेव देवनानी ने रविवार को केसरगंज क्षेत्र में क्षतिग्रस्त मकान का निरीक्षण किया। उन्होंने नगर निगम को जर्जर भवनों का सघन निरीक्षण कर उचित समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ‘‘जनहानि किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, निगम एहतियाती इंतजाम करे।’’
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी रविवार को अपने दिल्ली दौरे के बाद अजमेर पहुंचें। उन्होंने दिल्ली में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात की एवं अजमेर के विकास पर चर्चा की।  देवनानी ने अजमेर लौटते ही शहर की समस्याओं पर ध्यान केन्दि्रत किया। पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण अजमेर में विभिन्न स्थानों पर भवनों एवं दीवारों के क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं समाने आई थी।
देवनानी ने आते ही नगर निगम प्रशासन से ऎसी घटनाओं की जानकारी ली। उन्होंने केसरगंज स्थित बाजे वाली गली में क्षतिग्रस्त भवन का निरीक्षण किया। नगर निगम के अधिकारी, भारती श्रीवास्तव एवं सतीश बंसल सहित क्षेत्रवासी इस अवसर पर उपस्थित रहे। क्षेत्रवासियों ने बताया कि लम्बे समय से यह भवन जर्जर था। नगर निगम को कई बार अवगत कराया लेकिन कार्यवाही नहीं की गई। अंततः यह भवन ध्वस्त हो गया। इस भवन के पास से ही नाला भी निकलता है, जिसकी लम्बे समय से मरम्मत नहीं की गई। इस कारण आसपास के मकानों की नींव खोखली हो रही है। अन्य मकानों के भी क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। विधानसभा अध्यक्ष  देवनानी ने नगर निगम आयुक्त  देशल दान को फोन कर मकान का मलबा हटाने एवं नाले की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। इस नाले में ऊंचाई वाले इलाकों से तेज गति से पानी आता है।
देवनानी ने आयुक्त से कहा कि अजमेर शहर के सभी जर्जर भवनों का गहन सर्वे करा कर चिन्हित किया जाए। तंग गलियों में पुराने मकान लगातार जर्जर हो रहे हैं, इनसे दुर्घटना की आशंका बढ़ती जा रही है। कई जगहों पर लोग शिकायतें कर रहे हैं। इन पर गंभीरता से कार्यवाही की जाए। निगम स्वंय ऎसे खतरनाक भवनों को गिराने की कार्रवाई करें। उन्होंने क्षतिग्रस्त भवन के पास ही एक और क्षतिग्रस्त मकान के मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि हम समय रहते एहतियाती कदम उठाएं। किसी तरह की लापरवाही एवं जनहानि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों को फील्ड में भेज कर कार्यवाही की जाए।