बिड़ला सिटी वाटर पार्क की रेस्टोरेंट में छापा
अजमेर के जाने माने वाटर पार्क बिरला सिटी वाटर पार्क जिसमें अजमेर शहर, नसीराबाद, किशनगढ व पुष्कर सहित जिले के अन्य उपखंड से व नेशनल हाईवे से गुजरने वाले यात्री वाटर पार्क में लुफ्त उठाकर अपनी भूख मिटाने के लिए बिरला सिटी वाटर पार्क के रेस्टोंरेंट में ही छोले भटुरे, ब्रेड पकोडों सहित अन्य व्यंजनों का लुफ्त उठाते है, लेकिन क्या आपकों मालूम है, बिडला सिटी वाटर पार्क में बनने वाले छोले भटुरे व अन्य व्यंजन बेहद घटिया खा तेल में बनाए जा रहे है, जिसकी वजह से आपके स्वास्थ के साथ खिलवाड किया जा रहा है, यह हम नही कहें रहे है, यह कहना है अजमेर की फूड सेफ्टी टीम का। जिसकी सर्तकता से आज बिडला सिटी वाटर पार्क पर कार्यवाही की गई, जिसके तहत कही खामियां उजागर हुई है।
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवम् ड्रग कंट्रोल इकबाल खान एवम् अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के निर्देशानुसार प्रदेश में चलाए जा रहे शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत फूड सेफ्टी टीम ने आज अजमेर के बिड़ला सिटी वाटर पार्क पर कार्यवाही की।
अजमेर की सी एम एच ओ डॉ ज्योत्सना रंगा ने बताया कि जिला प्रमुख कार्यालय से प्राप्त शिकायत पर फूड सेफ्टी टीम को कार्यवाही के लिए भेजा गया था। टीम के निरीक्षण के दौरान रेस्टोरेंट में जिस खाद्य तेल में छोले भटूरे, ब्रेड पकोड़ा आदि तैयार किए जा रहे थे इस तेल की टी पी सी मीटर द्वारा जांच करने पर जो रीडिंग अधिकतम 25 होनी चाहिए उसके स्थान पर रीडिंग 43 देखकर टीम के सदस्य चकित रह गए।
- टीम द्वारा पिछले दिनों अजमेर जिले के लगभग 30 संस्थानों पर तेल की जांच की गई, लेकिन इतनी खराब स्थिति कहीं नहीं पाई गई। टी पी सी की रीडिंग 43 होने का मतलब है कि खाद्य तेल अनुपयोगी है, जिसमें स्वास्थ्य के लिए अनेक प्रकार के अत्यंत हानिकारक पदार्थ बन जाते हैं। रेस्टोरेंट मैनेजर रामनिवास शर्मा से पूछने पर बताया कि सुबह कड़ाई में तेल भरते हैं देर शाम तक गर्म होता रहता है ऑर्डर के अनुसार छोले भटूरे और ब्रेड पकोड़ा रोजाना करीब 300-400 प्लेट तैयार होता है। लगातार गर्म होने से तेल की क्वालिटी बहुत ज्यादा खराब हो जाती है। मौके पर कड़ाई में रखे तेल का नमूना लेकर शेष तेल को उपयोग में नहीं लेने हेतु पाबंद करते हुए स्टोर में रखवाया गया।