नागरिकों के बीच इन्टरनेट के सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार 11 फरवरी को सुरक्षित इंटरनेट दिवस मनाया जाएगा।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी तेजा सिंह रावत ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सुरक्षित ऑनलाईन प्रथाओं, साईबर स्वच्छता और साईबर खतरों पर इन्टरनेट उपयोगकर्ताओं को जागरूक करना है। कभी भी कॉल्स पर अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे ओटीपी, आधार, पेन या बैंक विवरण साझा न करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी ऑनलाईन साझा नहीं कर डिजिटल पहचान को सुरक्षित रखा जा सकता है। अनियंत्रित आधार भुगतान सूचनाओं से सतर्क रहें। वास्तविक कूरियर सेवाएॅं बिना बुकिंग किए पार्सल के लिए कोई शुल्क नहीं लेती है। कभी भी अज्ञात नम्बरों से आने वाले लिंक पर क्लिक न करें। जो केवाईसी अपडेट के बहाने आपकी संवदेनशील जानकारी साझा करने के लिए निवेदन करें।
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उन्होंने बताया कि प्रचलित परिलाभ से अधिक प्रति प्रेरित करने वाले ऑनलाईन निवेश ऑफरों से बचें। कभी भी अज्ञात नम्बरों से आने वाले कॉल्स पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी या पैसों से सम्बन्धित मांग को पूरा न करें। अपने मोबाईल पर एप की नियमित जांच करें। अनावश्यक अनुमतियॉं रद्द करें और अनुपयोगी ऐप्स को हटा दें। सतर्क रहें – कभी भी भुगतान प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन या ओटीपी एवं पिन साझा नहीं करें। ये स्कैम के तरीके हो सकते हैं। कोई सरकारी एजेंसी पुलिस, सीबीआई, ईडी आदि वीडियो या वॉयस कॉल्स के माध्यम से आपकी जांच या गिरफ्तारी नहीं कर सकती। टीआरएआई या टेलीकॉम विभाग के नाम पर आने वाली कॉल्स पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई करने से बचें। संवेदनशील लेन-देन जैसे बैंकिंग, कानून, स्वास्थ्य संबंधित जानकारी इत्यादि के लिए सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करने से बचे।