Monday, June 9, 2025
spot_img
Homeअजमेररेल बजट 2024-25 राजस्थान को रिकार्ड 9959 करोड़ रूपये के बजट का...

रेल बजट 2024-25 राजस्थान को रिकार्ड 9959 करोड़ रूपये के बजट का आवंटन संरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, आधुनिकीकरण तथा यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित

अश्विनी वैष्णव, माननीय रेलमंत्री ने दिनाकं 23.07.2024 को प्रस्तुत बजट में भारतीय रेलवे के लिए किए गए प्रावधानों पर वीडियों कान्फ्रेंसिंग से चर्चा करते हुए बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 10 वर्षों में रेलवे के विकास के लिए रणनीति में बदलाव कर अधिकाधिक निवेश पर बल दिया गया है जिससे रेलवे पर संरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार, आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। वर्ष 2024-25 में रेलवे को 2,62,200 करोड़ रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है जो अभी तक का सर्वाधिक है। रेलवे में संरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए इस बजट में 108 हजार करोड़ करोड़ रूपए का आंवटन किया गया है। माननीय रेलमंत्री ने संरक्षा को रेलवे का महत्वपूर्ण विषय बताते हुए कहा कि गत वर्ष भारतीय रेलवे पर सरंक्षा सम्बंधित मदों पर 98 हजार करोड़ रूपए का व्यय किया गया है।

 

अश्विनी वैष्णव, माननीय रेलमंत्री ने राजस्थान के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि राजस्थान राज्य बहुत बड़ा प्रदेश है और सामरिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण राज्य है। वर्ष 2009-14 तक राजस्थान को औसत बजट मात्र 682 करोड़ रूपए प्रतिवर्ष मिलता था जिसे माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वर्ष 2024-25 के बजट में लगभग 10 हजार करोड रूपए (9782 करोड़ रूपए) प्रदान किए गए है जो अभी तक का सर्वाधिक बजट आवंटन है।  अश्विनी वैष्णव ने बताया कि राजस्थान में रेल कार्य बहुत तेजी से हो रहे हैं। राजस्थान राज्य में वर्तमान में 51,814 करोड़ रूपए के कार्य प्रगति पर है। राजस्थान में स्थित 85 रेलवे स्टेषनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है इसके साथ ही विगत 10 वर्षों में राजस्थान में रेलवे ट्रैक पर 1475 फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण किया गया है।

 

संरक्षा के बारे में बताते हुए माननीय रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे पर कवच प्रणाली से संबंधित कार्यों को पूरा कर लिया गया है और आरडीएसओ द्वारा कवच 4.0 वर्जन को अंतिम रूप दिया गया है, अब इस अत्यानुधिक कवच प्रणाली को विभिन्न रेलमार्गों पर लगाए जाने की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होने बताया कि कवच प्रणाली को स्थापित करने में आप्टिकल फाइबर केबल बिछाने, टावर लगाने, डेटा सेन्टर स्थापित करने और आरएफआईडी डिवाइस लगाने जैसे कार्य किए जाते है, जिससे इसमें समय लगता है। भारतीय रेलवे पर लगभग 3000 किलोमीटर रेलमार्ग पर कवच प्रणाली लगाई जा चुकी है।

 

अमृत भारत ट्रेन के बारे में माननीय रेलमंत्री ने बताया कि 50 ट्रेने स्वीकृत की गई है जिसका उत्पादन किया जा रहा है। अमृत भारत ट्रेन संरक्षा दृष्टि से परिपूर्ण है तथा यह पूरी तरह से नान एसी ट्रेन है जिसमें 11 स्लीपर व 11 साधारण श्रेणी के डिब्बें होगे। इसके अतिरिक्त लगभग 7 से 10 दिन में 1 वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन हो रहा है।

 

रेल दुर्घटनाओं के सम्बंध में बताया कि रेल दुर्घटनाए माननीय संवेदनाओं का विषय है तथा प्रत्येक जीवन कीमती है इसको मानकर हम कार्य कर रहे हैं। उन्होने बताया कि रेल दुर्घटनाओ में 60 प्रतिशत कमी आई है।

 

अंत में  अश्विनी वैष्णव ने राजस्थान में रेल परियोजनाओं को पर्याप्त बजट के माध्यम से लक्षित समय में पूरा करने की बात कही।

 

अमिताभ, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे ने मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान में इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्यों के लिए पर्याप्त बजट प्रदान किया गया है तथा रेल परियोजनाओ के लिए आवश्यक जमीन हेतु भूमि अधिग्रहण में राज्य सरकार का सहयोग मिल रहा है। राजस्थान में रेल विकास के लिए माननीय मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साथ नियमित मीटिंग कर रेल कार्यों की प्रगति को सुनिश्चित किया जा रहा है।

 

प्रेस वार्ता में  अशोक माहेश्वरी, अपर महाप्रबंधक सहित विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES

Most Popular